राधे राधे बोल मन तर जाएगा
श्री राधे राधे बोल मन तर जाएगा पाप जो चड़ा है उतर जाएगा श्री राधे राधे बोल मन तर जाएगा
श्री राधे राधे बोल मन तर जाएगा पाप जो चड़ा है उतर जाएगा श्री राधे राधे बोल मन तर जाएगा
वो काला एक बांसुरी वाला, सुध बिसरा गया मोरी रे । माखन चोर वो नंदकिशोर जो, कर गयो मन की
कान्हा ने मोरी मटकी है फोड़ी मटकी है फूटी रज धारा बही आ रा सा रा पी गयो दही पूछे
दो नैन तेरे बड़े रसीले मनमोहन घनश्याम, नैनो पे मैं वारी जाऊ हे मेरे घनश्याम, जय जय बांके बिहारी लाल,
दिल मेरा ऐसा तुम तोड़ के ना जाओ, ओ मेरे श्याम मुझे छोड़ के ना जाओ, वादा किया था तूने
तोरा मन दर्पण कहलाये ॥ भले बुरे सारे कर्मों को, देखे और दिखाये तोरा मन दर्पण कहलाये ॥ मन ही
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा बरसाए रखना मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों से लिपटाए रखना छोड दुनिया
मेरी चढ़ती बेल उजड़ी काहे का मुरली वाला , काहे का मुरली वाला काहे का जग रखवाला , मेरी चढ़ती
मेरो कान्हा गुलाब को फूल, किशोरी मेरी कुसुम कली, कान्हा मेरो नन्द जू को छोना ॥ राधे मेरी बृषभानु लली,
आरती बाल कृष्ण की कीजै, अपनो जन्म सफल कर लीजै, श्री यशोदा को परम दुलारो, बाबा की अखियन को तारों,