आया जबसे मैं तेरे दवार सांवरे
आया जबसे मैं तेरे दवार सांवरे, तूने इतना दिया है मुझे प्यार सांवरे, नहीं भूलू कभी भी मैं तेरा उपकार
आया जबसे मैं तेरे दवार सांवरे, तूने इतना दिया है मुझे प्यार सांवरे, नहीं भूलू कभी भी मैं तेरा उपकार
तेरी बंसी के बोल अनमोल. किस का है कान्हा तू बोल, गिरधर गोपाला मीरा पुकारे, राधा कहे आजा रास रचाले,
ओ सँवारे ओ सँवारे ओ सँवारे, हम तेरे नाम के दीवाने है, कोई गैर तो नहीं ओ सँवारे ओ सँवारे
यमुना तट आया करो, यमुना ते आकर के फिर दरश दिखाया करो, यमुना विच पानी है, तेरे संग साडी प्रीत
यशोमती मैया से बोले नंदलाला, राधा क्यूँ गोरी, मैं क्यूँ काला | बोली मुस्काती मैया, ललन को बताया, काली अँधेरी
तेरा लेके उल्हाना आज श्याम मैं नन्द गांव आउंगी, तू करने लगा है तंग मने तेरी सारी शिकायत लाउगी देदे
राधा सुन ले बात हमारी कहां जाने की है तैयारी श्याम तनै क्या है बीमारी जो रस्ता रोकै है म्हारी
ओ कान्हा तेरी बांसुरी नीद चुराए नींद चुराके मुझे अपना बनाए, कान्हा तेरी बाँसुरी नींद चुराए, नींद चुराके मुझे अपना
देखी है तेरी सांवरी सूरत जब से, दीवाने हुए है मस्ताने हुए है, हम तेरे कब से , देखी है
सांवरिया तोहरे प्रेम की हुई रे दीवानी, ओ रे मेरे रसिया मोरे मन वसियां मीत हुई रे पानी पानी, सांवरिया