
राधे राधे रटुगा आठो याम
राधे राधे रटुगा आठो याम ब्रिज की गलियों में, चाहे ढल जाए जीवन की शाम ब्रिज की गलियों में, वृन्दावन

राधे राधे रटुगा आठो याम ब्रिज की गलियों में, चाहे ढल जाए जीवन की शाम ब्रिज की गलियों में, वृन्दावन

यह मेरी अर्ज़ी है वैसी बन जाओ जैसी तेरी मर्ज़ी है, लफ्जो का टोटा है, जीकर प्यारे का अश्को से

तेरा जैसा सांवरा कोई नहीं कोई नहीं कोई नहीं कोई नहीं कोई नहीं कोई नहीं तेरी सूरत प्यारी प्यारी तेरी

अरे रे मेरी जान है राधा तेरे पे क़ुरबान मै राधा रह ना सकूँगा तुमसे दूर मै जब भी बने

किशोरी जी तुम्हारा मुश्काना याद आये, जब बरसाना याद आये रे बरसाना याद आये, रह रह के किरपा बरसाना याद

एक तू ही मेरा जग बेगाना कन्हियाँ मेरी लाज रखना, मैंने सब कुछ तुमको ही माना,कन्हियाँ मेरी लाज रखना, जीवन

मोरपंख है सिर पे विराजे कानो में है कुण्डल साजे गले वैजयंती माला, श्याम है रंगीला मेरा श्याम है रंगीला,

कृष्ण कन्हैया गिरधर श्याम कितने सुंदर तेरे नाम, बिन तेरे दर्शन माने न मन, मुझको न आये आरम, कृष्ण कन्हैया

रे राधा तने कहा लगा दी देर, आज ते पूरी बात दिखा ली, रे कान्हा मत मेरा आधा भेद ,

तुम कहाँ छुपे भगवान करो मत देरी, दुःख हरो द्वारकानाथ शरण मैं तेरी , दुख हरो द्वारिकानाथ शरण मैं तेरी