
गयान बिबेक बिरति बिग्याना। मुनि दुर्लभ गुन जे जग नाना॥
गयान बिबेक बिरति बिग्याना। मुनि दुर्लभ गुन जे जग नाना॥आजु देउं सब संसय नाहीं। मागु जो तोहि भाव मन माहीं॥॥
गयान बिबेक बिरति बिग्याना। मुनि दुर्लभ गुन जे जग नाना॥आजु देउं सब संसय नाहीं। मागु जो तोहि भाव मन माहीं॥॥
मेरे गिनियो ना अपराध, लाड़ली श्री राधे, मेरे क्षमा करो अपराध लाडली श्री राधे, माना कि मैं पतित बहुत हूँ,
मेरे गिनियो ना अपराध, लाड़ली श्री राधे, मेरे क्षमा करो अपराध लाडली श्री राधे, माना कि मैं पतित बहुत हूँ,
जय जय श्रीराधेआप सभी रसिकजन श्री राधा जी के 24 नामों का स्मरण कर श्रीजी की हाजिरी लगाते रहें व
प्रीत का गीत [राधा -कृष्ण ]राधा कृष्णा को पल पल पुकारेयादो के पल वो लगते हैं प्यारेझुकी झुकी यह पलके.
चलि राधे तोहि स्याम बुलावै।वह सुनि देखि बेनु मधुरे सूर, तेरो नाम लै लै गावै।।देखो वृंदावन की सोभा, ठौर ठौर
आनंद छाय रहे बरसाने,नित नित होवे मंगलचार।।ब्रजभूमि सब जग तें न्यारी, जन्म लियो जहां राधा प्यारी।अष्टसिद्ध शतकोट बसें जहां,वेद न
श्री राधे राधे जय श्री कृष्ण राधा तेरी गली श्याम नित आता हैराधा राधा बोल बंशी बजाता हैकाहे गुमान करे
प्यारी ……वृंदावन रज दीजे!!अति भोरी मम प्राण लाड़ली,भोरी दासी पे रीझे!!एक भरोसो एक आस अब ,, चरणन मे रख लीजे!!
लाड़ली तुम सो ही भाग हमारो!!करुणानिधि स्वामिनी बिनु , ओर न अपनो किनारों! संग मिले जब जब तेरो,, हिय बीच