
ना मैं धन चाहूँ, ना रतन चाहूँ
ना मैं धन चाहूँ, ना रतन चाहूँ ना मैं धन चाहूँ, ना रतन चाहूँ तेरे चरणों की धूल मिल जाए,

ना मैं धन चाहूँ, ना रतन चाहूँ ना मैं धन चाहूँ, ना रतन चाहूँ तेरे चरणों की धूल मिल जाए,

राम को मांग ले मेरे प्यारे उम्र भर को सहारा मिलेगा सिर्फ इनकी शरण ही में जिंदगी भर गुजारा मिलेगा

कुटिया राम आये देखो भीलनी के द्वारे, कुटिया राम आये दसरथ राज दुलारे, ओ भीलनी बैर तोड़े तोड़े खते मीठे

राम जप लै जींदडीए नी, हो एथो बैठ किसी ने न रेहना, हो एथो बैठ किसी ने न रेहना, राम

गिरिजा पूजन को भगवान सिया महारानी आई है कोई सखी आगे चले, कोई सखी पीछे चले सिया चले मधुरिया चाल

आये अवध श्री राम मंगल गाओ री संग में लखन सियां हनुमान मन हरषाओ री, आये अवध श्री राम मंगल

अवधपुरी जाने को जी चाहता है अवधपुरी जाने को जी चाहता है, राम राम गाने को जी चाहता है, अवधपुरी

मैं पलकन डगर बुहारू आज मेरे राम आवेगे मैं नित नित राह निहारु आज मेरे राम आवेगे राम आवेगे मेरे

मन में बसे है प्रभु श्री राम, जय सिया राम जय सिया राम सब की चिंता हरे श्री राम बंधु

राम का ऐसा दीवाना दूसरा देखा नहीं, दूसरा देखा नहीं दूसरा देखा नहीं , कहता है सारा ज़माना दूसरा देखा