द दे ना वरदान
दे दे ना वरदान जो भी तेरा मंगल गायेंगे, वो खाली कभी ना जायेंगे, तेरे मंगल की महिमा इतनी बड़ी
दे दे ना वरदान जो भी तेरा मंगल गायेंगे, वो खाली कभी ना जायेंगे, तेरे मंगल की महिमा इतनी बड़ी
ओम श्री रानी सत्ये नमः दादी दिव्ये नमो नमः झुंझनू वासिनी नमो नमः माँ नारायणी नमोस्तुते संकट हारिणि नमो नमः
भोला भला मुखड़ा चाँद सा सोना है, देख के मेहके दिल का कोना कोना है, सो सो बार नैना इसे
तुम्हारी किरपा का हुआ है असर, मैं मौज उडाता हु आठों पेहर, तुम्हारी किरपा का हुआ है असर, नहीं छुपाउँगा
दादी करवा दे महरा ठाठ मैं करवा सा मंगल पाठ, दिन में मंगल पाठ करा सा कीर्तन सारी रात, दादी
किरपा अपनी दादी जी बनाए रखियो कालजे से अपने लगाए रखियो किरपा अपनी मइया जी बनाये रखियो कालजे से अपने
बिगड़े हुए नसीब को हमने बना लिया तेरे चरण की धूल को सिर पे सजा लिया, बिगड़े हुए नसीब को
कद से खड़ा म्हे मांगनियाँ दादी जी तेरे द्वार पे झोली पसार के..झोली पसार के.. और कोई के आगे म्हारी
सिंह सवारी आ भगता मिल ज्योत जगाई, भगता मिल ज्योत जगाई चंग मजीरा भाजे आंगने, चम चम चम कातो मुखडो
सिंह की सवारी आने वाली है झुंझनू से दादी आने वाली है. पलके बिछाये बैठे कब से दर्शन को नैना