
ज्योत जगाएंगे, निशान उठाऐगे
ज्योत जगाएंगे, निशान उठाऐगे, आया फागुन मेला हम खाटू जाएंगे….. है किरपा बाबा की हर बार बुलाता है, आवाज लगाते

ज्योत जगाएंगे, निशान उठाऐगे, आया फागुन मेला हम खाटू जाएंगे….. है किरपा बाबा की हर बार बुलाता है, आवाज लगाते

जय श्री श्याम का नारा बोलो अब ऊँची आवाज में, भाग्य जाग गाए देखो मेरे बाबा थारे राज मे… बड़े

सदा साथ खड़े हो श्याम मेरे – कोटी कोटी धन्यवाद प्रभु ॥कोटी कोटी धन्यवाद प्रभु ॥ 1,जब गर्भ से बाहर

उस बाँसुरी वाले का,बड़ा मस्त नजारा है ।नीली छतरी वाला,नन्दलाल हमारा है ।। कानों में कुंडल है, गल वैजयंती माला,सिर

मन की बाता श्याम न बता कर देख लोसुनसी सुनसी सावरो सुना कर देखलो देखया कोणी जाव ह भगतां रा

उस बाँसुरी वाले का,बड़ा मस्त नजारा है ।नीली छतरी वाला,नन्दलाल हमारा है ।। कानों में कुंडल है, गल वैजयंती माला,सिर

कद सैं जगा रह्यो हूँ ।करकै पुकार दाता,अरजी सुणा रह्यो हूँ ।। करुणा नै सुणकै सूत्यो,होवै तो जाग ज्यावै ।मर्जी

जीवन की डोर मेरी, हाथों में तेरे श्याम !जैसे नचाओगे तुम, नाचूँगा मैं तो श्याम !! जीवन कटी पतंग सी,

तेरे चरणों में मस्तक नवाऊं,तेरा जी भर के दर्शन मैं पाऊं,मैं हूँ तेरा तूँ है मेरा,बोल कैसा ये रिश्ता है

जीवन की डोर मेरी, हाथों में तेरे श्याम !जैसे नचाओगे तुम, नाचूँगा मैं तो श्याम !! जीवन कटी पतंग सी,