
तू ही चलाये सारे खेल रे मेरा भोला भंडारी
तू ही चलाये सारे खेल रे मेरा भोला भंडारी, तेरा नहीं है कोई मेल रे मेरा भोला भंडारा, तू ही

तू ही चलाये सारे खेल रे मेरा भोला भंडारी, तेरा नहीं है कोई मेल रे मेरा भोला भंडारा, तू ही

गंगा जल को कलश में भर के चल कावड़ियाँ तू शिव के धाम, तेरी कामना पुरण होंगी करे गे भोले

किस विधि वंदन करू तिहारो – ओढरदानी त्रिपुरारी बलिहारी – बलिहारी – जय महेश बलिहारी !! धृ !! नयन तीन

ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय चली कांवड़ियों की टोली, सब भोले के हमजोली गौमुख से गंगाजल वो लाने वाले

चलो चलो भोले दी बारात वेखीए, केहड़ी केहड़ी हुंदी करामात वेखिये, गोरा दा ऐह लाडा ओहदा लंबा लंबा दाडा, पौन्दा

भंवर में नाव पड़ी है बिच मजधार हूँ मैं, सहारा दीजिए आकर, की अब लाचार हूँ मैं, भोले गिरजा पति

आओ चलें शिव जी के द्वारे, हर हर महादेव, बोल जयकारे, बोल जयकारे सब बोल जयकारे, शिव चंद्रभाल शीश गंग

ॐ नमः शिवाय भजो रे ॐ नमः शिवाय भंग धतूरा चिलम चढ़ा कर भोले शंकर झूम के नाचे तुम भी

ओ कावड़ियाँ गंगा जल तू जब शंकर पे चढ़ाये गा, भोले बाबा होके प्रशन होक होंगे प्रगट वर मिलेगा अमर

शिव को पति पाया गोरा शिव नाम की माला फेरी जपो बम लेहरी लेहरी भजो शिव लेहरी लेहरी, युग युग