
हर हर हर महादेव हर हर हर महादेव
जटा में सूंदर गंग विराजे गले में सर्पो की माला, आक धतूरा खाने को और शिव ओडन को है मृग

जटा में सूंदर गंग विराजे गले में सर्पो की माला, आक धतूरा खाने को और शिव ओडन को है मृग

अमृत किसी के पास नही सब मालिक विष भंडार का, शिव के शरण मे नही गए तो क्या होगा संसार

मेरा दिल तो दीवाना हो गया डमरू वाले तेरा डमरू वाले तेरा मेरा दिल तो दीवाना हो गया डमरू वाले

भोले नाथ दा डमरू भजदा मेरे नाथ दा डमरू भजदा, जीहदे मथे चन है सजदा, भोले नाथ दा डमरू भजदा

सुखी रहे जग सारा प्रभु, दुखिया रहे न कोय, ऐसी विनती हम सबकी, बाबा पूरी होय , बल बुद्धि विद्या

नाथां दा तूं नाथ कहवे, अमरनाथ विच्च डेरे, नाम तेरे दा चानण बन के मिटदे घूप हनेरे। श्याम सवेरे शंकर

पंचा अक्शर मंत्र जग में निराला जो भी जपे पाए सुख का प्याला अंतर आत्मा में शिव है समाते मन

तेरा डम डम डमरू भाजे गा कावड़ियाँ छम छम नाचेगा, कावड़ियाँ रुन झुँ नाचे गा, तेरा डम डम डमरू भाजे

चले रे कावड़िया शिव की नगरियाँ, बम बम बोलते आये कावड़िया, भोले बेचैन हो गया, बम भोले का जग फैन

जिस काँधे कावड लाऊ मैं आप के लिए वो कान्धा काम आ जाए माँ और बाप के लिए जब काँधे