इश्क बूले नू नचावे यार ते नचना पेंदा ऐ
इश्क भुल्ले नु नचावे यार, ते नचना पेंदा ऐ, जदो समने होवे यार,ते नचना पेंदा ऐ, नचना पेंदा ऐ,नचना पेंदा
इश्क भुल्ले नु नचावे यार, ते नचना पेंदा ऐ, जदो समने होवे यार,ते नचना पेंदा ऐ, नचना पेंदा ऐ,नचना पेंदा
म्हारा गोरा काला भेरो मैं तो थारी माला फेरु आओ माहरे अंगनिये, नित करू पूजा पाठ मैं तो जाऊ थारी
अरे हंसला रे चुगले चुगले मोतीड़ा रो चून, कोई मोतीड़ा रो चून कांकरिया चुगना छोड़ दे, अरे हंसला रे चुगले
देख दुखो का वेष धरे मैं नहीं डरूँगी तुमसे, नाथ!जहाँ दुःख वहाँ देख तुम्हें मैं पकडूँगी जोरों के साथ॥नाथ! छिपा
सांसो का क्या ठिकाना रुक जाए चलते चलते, प्राणो की रौशनी भी भुज जाए चलते चलते, जीवन है सपन जैसा
आ गया मैं डेरे साई जी मैं तेरे, दोवे हाथ जोड़ एहो लाइ बैठा आस जी, साई जी बनालो मैनु
मैं दीवानी हाँ लाडी सरकार दी, लोकी मेनू कमली कहंदे, तन मन लाया नाल तेरे दुःख सब दे सेहन्दे, मैं
क्यों पीवे तू पानी हंसिनी,क्यों पीवे तू पानी, सागर खीर भरा घट भीतर, पीयो सूरत तानी हंसिनी, क्यों पीवे तू
जिंदगी है मगर पराई है लोग कांटो की बात करते है हमने फूलों से चोंट खाई है अच्छे अच्छो
कोई मेरा क्या करैगा रे, साई तेरा नाम रटूँगा कोई मेरा क्या करैगा रे, साई तेरा नाम रटूँगा नगरी के