
कसमे वादे प्यार वफ़ा सब
कसमे वादे प्यार वफ़ा सब बातें हैं बातों का क्या कसमे वादे प्यार वफ़ा सब बातें हैं बातों का क्या

कसमे वादे प्यार वफ़ा सब बातें हैं बातों का क्या कसमे वादे प्यार वफ़ा सब बातें हैं बातों का क्या

रखियां बंधालो भैया सावन आया रे चंदा और सूरज जैसे, राम और लक्ष्मण जैसे प्यारे हमारे भैया , जुग जुग

मक्के गया,गल्ल मुकदी नाहीं चाहे सौ सौ जुम्मे पढ़ आइये बुल्लेशाह को पढ़ें तो जहन में कबीर स्वत आ जाइये

श्री दादा देव दर्शन करके , सब दुखड़े मिट जाते है झोली उनकी भर जाती , जो इनके आते है

क्यों आ के रो रहा है, गोविन्द की गली में। हर दर्द की दवा है, गोविन्द की गली में॥ तू

मेरा आपकी दया से सब काम हो रहा है।करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम हो रहा है॥ पतवार के बिना

साहिब दी मैं मंगती आ मैं होर सहारा की करना, कठपुतली आ मैं साहिब दी साहिब ही नचाई जांदा है

एक है जग का बाजीगर,ये राज़ सभी ने जाना है ॥ किस देश का रहने वाला है,कोई वेश नही पहचाना

ये घोड़े वाले बाबा का दरबार है, लो मांग लो जिसको दरकार है, चाहे ले लो हीरे मोती चाहे चांदी

चुनरी बनायी मैया पाई पाई जोड़ के राख लीजे मान म्हारी चुनरी ने ओढ़ के चुनरी बनायी मैया पाई पाई