बाबा आओ जी जमो जागरण
बाबा आओ जी मनरे री बात करलया जमो जागरण आपरो बाबा थांको थरप्यो पार आओ म्हारा रामसा तो कोई जोवा
बाबा आओ जी मनरे री बात करलया जमो जागरण आपरो बाबा थांको थरप्यो पार आओ म्हारा रामसा तो कोई जोवा
क्यों काया भटकावै माया जोड़ जोड़ धर जैगा गीता ज्ञान सुण्या कर बन्दे परले पार उतर जैगा १ मात पिता
भक्ति कैसे कहूं सखीमन मीरा होता तोश्याम को रिझा लेताउन्हे नयनो मे समा लेताह्रदयराग सुना देतापर ये तो निर्द्वन्द भटकता
शबद री लागे सो नर जाणे की दूजा काई जाणे भाई राम ने लागी लखन ने लागी लागी सीता माई
हवा च उड़दा जावे बाज़ मेरे गोबिंद दा, सतनाम वाहेगुरु गावे बाज़ मेरे गोविन्द दा, पिता गुरा दा तेग बहादुर,
आई माझी मायेचा सागर दिला तिने जीवना आकार आई वडिल माझे थोर काय सांगू त्यांचे उपकार जीवनाच्या वाटेवरती किती अस्तो
करवे की रात है पिया जी का साथ है, बदली में छुपा कहा चंदा तू आज है, करवे की रात
हर और उजाला है हर और दीवाली है, इंसान तेरी दिल की क्यों चादर काली है, हर जगहे खड़ी कर
जय जनक नंदिनी जगत वंदिनी जग आनंद श्री जानकी रघुवीर नयन चकोर चन्दिनी श्री वल्लभा प्रिय प्राण की तब कंज
होने लगी है श्याम कृपाअब नजदीक आ रहे हो,नैनों के रास्ते प्रभुदिल में समा रहे हो..!! चढ़ने लगा खुमार मुझेमस्ती