मेरा देश फूल सा मेहके
फिर दाल दाल पर सोने की चिड़िया ओ बाबा चहके मेरा देश फूल सा मेहके मेरा देश फूल सा मेहके
फिर दाल दाल पर सोने की चिड़िया ओ बाबा चहके मेरा देश फूल सा मेहके मेरा देश फूल सा मेहके
ये माटी में मिल जाएगी, मिल जाएगी रे बन्दे कंचन काया कंचन काया, उस मालिक ने सब जीवो में तुझको
क्या भरोसा है इस ज़िंदगी का साथ देती नहीं यह किसी का सांस रुक जाएगी चलते चलते, शमा बुज जाएगी
एक भक्त की भक्ति ने देखो, पृथ्वी पर स्वर्ग उतार लिया । भगवान वो ही करते हैं यहाँ, जो मन
एक आस तुम्हारी है, विश्वास तुम्हारा है एक आस तुम्हारी है, विश्वास तुम्हारा है अब तेरे सिवा बाबा, कहो कौन
अजब हैरान हूं भगवन , तुम्हें कैसे रिझाऊं मैं… कोई वस्तू नहीं ऐसी, जिसे सेवा में लाऊं मैं… करूं किस
कळप मत काछब कुड़ी ए रमय्ये री बाता रूडी ए भक्ति का भेद भारी रे लखे कोई संतां का प्यारा
मुझे तुमने दाता बहुत कुछ दिया है, तेरा शुक्रिया है, तेरा शुक्रिया। ना मिलती अगर दी हुई दात तेरी, तो
है सुना ये पूरी धरती तू चलता है मेरी भी सुन ले अरज मुझे घर बुलाता है भगवान है कहाँ
सोनाला रा नाथ हेलो साम्भलो सोनाला रे मायने भेरूजी रो धाम दर्शन आवे यात्री भेरू सारे सकल रा काज, आप