भगवान बदल के क्या होगा
मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे को नादान बदल के क्या होगा, अगर श्रद्धा नहीं विस्वाश नहीं भगवान बदल के क्या होगा, जब
मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे को नादान बदल के क्या होगा, अगर श्रद्धा नहीं विस्वाश नहीं भगवान बदल के क्या होगा, जब
मैं खुश किस्मत हु कितना माँ बाप है मेरे साथ, सिर पर मेरे है सदा मात पिता का हाथ, मैं
मैं दवार तेरे आया हु फर्याद मैं एक लाया हु, भरदे झोली अब भगवन भरदे झोली भगवन, मैं दवार तेरे
रबा तेरी रजा विच होइ जांदा की आज पता लगैया विछोड़ा हुँदा की, रबा तेरी रजा विच होइ जांदा की
मन लाग्यो राम फकीरी म , आसो काई धरयो दुनिया दारी म , जो सुख पाऊ राम भजन म ,
हांरे मारा मनड़ा बदल गया दिनड़ा, वा पैलां री बात नहीं, गौ माता की हाल बिगड़ गई, जीवती री खाल
रहे जनम जनम का साथ मेरे साजन हो हाथो में हरदम हाथ पिया मन भावन का रहे जनम जनम का
पत्ते पत्ते डाली डाली च भगवान वसदे , असी पापिया दे मण च ना राम बसदे, जो फुल सवेरे खिरदे
तेरे पूजन को भगवान, बना मन मंदिर आलीशान ।किस ने जानी तेरी माया, किस ने भेद तिहारा पाया ।ऋषि मुनि
मन उसी की करो प्रार्थना ,मन उसी की करो प्रार्थना . जिसने जीवन दिया ,जिसने दिन आत्मा , जो है