जगत में होनहार बलवान
जगत में होनहार बलवान इसे कोई ना समझो झूठी, इसे कोई ना समझो झूठी…… होनी को परताप कैकई मेहलन में
जगत में होनहार बलवान इसे कोई ना समझो झूठी, इसे कोई ना समझो झूठी…… होनी को परताप कैकई मेहलन में
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,राम नारायणं जानकी बल्लभम । कौन कहता हे भगवान आते नहीं,तुम भक्त मीरा के जैसे बुलाते नहीं।
यो डेरा जोड़े नाथा का माहरा डेरा जोड़ा नाथा का, याहा हल होता सब बाता का, सारे काम पे इनकी
आया है करवा चोथ का दिन झूमो नाचो गाओ सहेली आज साजन से होगा मिलन झूमो नाचो गाओ सहेली पूजा
देख लिया संसार हमने देख लिया, सब मतलब के यार हमने देख लिया, तन निरोग धन जेब में जब तक,
पग बाँध के घुंगरू नाचे रे भेरो मार मार किल कारी, भेरो मार रहे किलकारी पग बाँध के घुंगरू नाचे
मेरी उलझन ना सुलझी मैं द्वारे तिहारे आया। विपदाऐं खुद बोई हमने काँटों में फूल न पाया। सुलझाने को हर
तेरी मेहरबानी का है बोझ इतना,की मैं तो उठाने के काबिल नही हूँ । मैं आ तो गया हूँ मगर
माँ गंगे माँ गंगे माँ, लगा कुंभ का मेला भारी चल कर रे ले असनान जरा, गंगा जी में डुबकी
रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने,वही ये सृष्टि चला रहे है,जो पेड़ हमने लगाया पहले,उसी का फल हम अब