
भरदे झोली अब भगवन
मैं दवार तेरे आया हु फर्याद मैं एक लाया हु, भरदे झोली अब भगवन भरदे झोली भगवन, मैं दवार तेरे

मैं दवार तेरे आया हु फर्याद मैं एक लाया हु, भरदे झोली अब भगवन भरदे झोली भगवन, मैं दवार तेरे

रबा तेरी रजा विच होइ जांदा की आज पता लगैया विछोड़ा हुँदा की, रबा तेरी रजा विच होइ जांदा की

मन लाग्यो राम फकीरी म , आसो काई धरयो दुनिया दारी म , जो सुख पाऊ राम भजन म ,

हांरे मारा मनड़ा बदल गया दिनड़ा, वा पैलां री बात नहीं, गौ माता की हाल बिगड़ गई, जीवती री खाल

रहे जनम जनम का साथ मेरे साजन हो हाथो में हरदम हाथ पिया मन भावन का रहे जनम जनम का

पत्ते पत्ते डाली डाली च भगवान वसदे , असी पापिया दे मण च ना राम बसदे, जो फुल सवेरे खिरदे

तेरे पूजन को भगवान, बना मन मंदिर आलीशान ।किस ने जानी तेरी माया, किस ने भेद तिहारा पाया ।ऋषि मुनि

मन उसी की करो प्रार्थना ,मन उसी की करो प्रार्थना . जिसने जीवन दिया ,जिसने दिन आत्मा , जो है

जगत में होनहार बलवान इसे कोई ना समझो झूठी, इसे कोई ना समझो झूठी…… होनी को परताप कैकई मेहलन में

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,राम नारायणं जानकी बल्लभम । कौन कहता हे भगवान आते नहीं,तुम भक्त मीरा के जैसे बुलाते नहीं।