एक वेला करी या दु:खा वेगले
एक वेला करी या दु:खा वेगले दुरिताचे जाले ऊगओनि आठवीण पाय हा माझा नवस रात्री हि दिवस पान्डुरंगा आठवीण पाय
एक वेला करी या दु:खा वेगले दुरिताचे जाले ऊगओनि आठवीण पाय हा माझा नवस रात्री हि दिवस पान्डुरंगा आठवीण पाय
ओ धनी म्हारा कोतोदी थलिया में थारो देवरों ए रामा धनी झिणी झिणी उड़े वो गुलाल रे घोडे रा बाजे
त्रिवेणी में भक्ति भाव से आकर डुबकी लगाए यो, महा कुम्ब में पुण्य कमा कर भाव सागर तर जाये जो,
कर प्यार हर प्राणी से है प्यार का जमाना, एसी और न कमाई ऐसा और न खजाना, बात खो लिया
एक दाता भगवान् है जग में एक दाता भगवान्, छोटा सा दान कर के तू प्राणी काहे करे अभिमान, एक
कर भजन हर श्वास रे मन तू , कर भजन हर श्वास रे हो थारो जीवन बणग बड़ो खास रे
हरी हरी वसुंधरा पे नीला नीला ये गगन के जिस पे बादलों की पालकी उड़ा रहा पवन दिशाएं देखों रंग
ओ पालनहारे निर्गुण और न्यारे, तुमरे बिन हमरा कौनो नहीं | हमरी उलझन सुलझाओ भगवन, तुमरे बिन हमरा कौनो नहीं
धन धन सिंगाजी सुरमा जिन्न चवर बुहारया गुरू खेत हो कलांका सी बाँध्या झूलना अपना साहेब जी से हेत हो
झिकझोर करे बदरा रातें के रात ई बदरा है जन्म के बैरी टिप टिप बरसे ई माने न बात, बदरा