विविध भजन (Vividh Bhajan)

sunset 585334 6405839871228925179394

आपकी शरण में आया

आपकी शरण में आया,अपनालो दाता मेरे,भटक रहा था जिसके लिये,मिल गए मालिक मेरे ,आप मेरी जिन्दगी हो,मै आपका जीव हूँ

Read More...