
मानव जनम गमायो रे
कदे ना हरि गुण गायो रे,ते मानव जनम गमियो रे लख चोरासी भटकत-भटकत, नर तन पायो रे रेकोल किया था

कदे ना हरि गुण गायो रे,ते मानव जनम गमियो रे लख चोरासी भटकत-भटकत, नर तन पायो रे रेकोल किया था

अब तक तो निभाया आगे भी निभा देना हे नाथ मोरी नैया उस पार लगा देना संभव है झंझटो में

तेरी ही ममता की आंचल में पला हु, तेरे ही रहमो कर्म से जिन्दा हु मेरी माँ ओ मेरी माँ,

नर चेत गुमानी माया ना साथ चले, माया ना साथ चले, नर चेत गुमानी माया ना साथ चले , दस

जग में प्रेम बड़ा बलधारी । जो कोई जन प्रेम से पुकारे, आ जावे गिरधारी॥ नरसी मेहता ने सतगुरु मिलिया,

मार्ग में रामदेव मिल गया गेला में बापूजी मिल गया, मारी गाया ने कंचन कर गया वह बाबा रामदेव, पहलो

दो कुल की नाम निशान बेटिया होती है, हर माता पिता की शान बेटीया होती है, खेल खेलती भैया संग,

इना भारत म सबसी बड़ी गौमाता गौमाता नी होती तो मरी जाता सिंग प शालकराम पुंछ प परसराम थारा दातन

मेरा छोटा सा संसार,हरी आ जाओ एक बारहरी आ जाओ, हरी आ जाओहरी आ जाओ, हरी आ जाओयोगी का भेस

कायर सके ना झेल फकीरी, अलबेला रो खेल, फ़कीरी, फकीरी अलबेला को खेल, अलबेला रो खेल फ़कीरी, कायर सके ना