
विनती सुनो बनवारी दीनदयाल गिरधारी
विनती सुनो बनवारी दीनदयाल गिरधारीविनती सुनो बनवारी दीनदयाल गिरधारीजानम जानम का तुमसे नातातुम ही जाग के भाग्या विधाताजानम जानम का

विनती सुनो बनवारी दीनदयाल गिरधारीविनती सुनो बनवारी दीनदयाल गिरधारीजानम जानम का तुमसे नातातुम ही जाग के भाग्या विधाताजानम जानम का

तेरे द्वार खड़ा भगवान होतेरे द्वार खड़ा भगवान भगत भर दे रे झोली -२तेरा होगा बड़ा एहसान कि जुग-जुग तेरी

पढ़ी नमाज़ ते नियाज़ ना सिखया, तेरीयां किस कम्म पढ़ियां नमाज़ा, ना घर डिठा ना घर वाला डिठा, तेरीयां किस

फुलवारी कोई उजड़े तो माली सींच सजाए ! जब माली ही बाग उजाड़े तो कौन सजाए !! दुनियां में सबसे

सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु, करते है हम शुरु आज का काम प्रभु, शुद्ध भाव से तेरा ध्यान लगाये

तेरी गलियों में ऐ मुरली वाले,हम यूँ ही आया जाया करेंगे,इक न इक तो दर्श मिले गा,युही चक्र लगाया करे

सब कुछ दीन्हा आपनेभेट करू क्या नाथनमस्कार की भेट धरजोडू मैं दोनों हाथसब कुछ दीन्हा आपनेभेट करू क्या नाथनमस्कार की

आज अंधेरे में है हम इंसान, ज्ञान का सूरज चमका दे भगवान आज अंधेरे में है हम इंसान, ज्ञान का

प्रथम भगति संतन कर संगा | दूसरि रति मम कथा प्रसंगा || गुर पद पंकज सेवा तीसरि भगति अमान |

जरे जरे में हैं झांकी भगवान की, किसी सूझ वाली आँख ने पहचान की । नामदेव ने पकाई, रोटी कुत्ते