भागवत रहस्य-06
भक्ति-मार्ग की आचार्य गोपियाँ है. उनका आदर्श मन और आँखों के सामने रखो.ज्ञानमार्ग से योगमार्ग से जिस ईश्वर का आनंद
भक्ति-मार्ग की आचार्य गोपियाँ है. उनका आदर्श मन और आँखों के सामने रखो.ज्ञानमार्ग से योगमार्ग से जिस ईश्वर का आनंद
घर में रहकर भी श्रीभगवान का दर्शन हो सकता है। गोपियों को घर में ही भगवान के दर्शन हुए है।गोपियाँ
वेद त्याग का उपदेश करते हैं . शास्त्र सब कुछ छोड़ने का कहते हैं।शास्त्र तो कहते हैं,”काम छोडो,क्रोध छोड़ो। परन्तु
ईश्वर जगत में किसी एक स्थान में है यह ज्ञान भी अपूर्ण है।ईश्वर सर्व व्यापक है, यह एक मूर्ति में
सत् नित्य हैं, चित् ज्ञान हैं, चित्-शक्ति अर्थात् ज्ञान-शक्ति ।मनुष्य अपने स्वरूप में (आत्मामें) स्थित नहीं है, अतः इसे आनंद