गोपी का विरह_भाव
बहुत ही मनमोहक प्रसंग, अवश्य पढ़ें — एक नई गोपी को श्रीकृष्ण का बहुत विरह हो रहा था। सारी रात
बहुत ही मनमोहक प्रसंग, अवश्य पढ़ें — एक नई गोपी को श्रीकृष्ण का बहुत विरह हो रहा था। सारी रात
प्रह्लाद जानी का जन्म 13 अगस्त 1929 को भारत के चरदा गांव (अब मेहसाणा जिला, गुजरात , भारत) में हुआ
ऐसी सत्य घटना साझा कर रहे हैं, जिसे पढ़ते ही हृदय भगवान के लिए व्याकुल हो जाये..?? दिनांक: 1 नवंबर
भाव का भूखा हूँ मैं और भाव ही एक सार है।भाव से मुझको भजे तो भव से बेड़ा पार है।।भाव
साधना का एक अत्यंत महत्वपूर्ण चरण यह है कि जैसे-जैसे साधना प्रगाढ़ होती जाती है, वैसे-वैसे साधक के मन में
भगवान परशुराम जी का सुंदर चित्र जब वह अपनी नन्दिनी को आतताईयों से छूडाकर लाते हैं… सबसे बड़े गौ रक्षक
आज का प्रभु संकीर्तन।*मनुष्य योनि में जन्म लेकर हम एक सुन्दर समाज से जुड़ जाते हैं जिसमे रिश्ते,नातो के अतिरिक्त
बच्चे के जन्म के बाद छठी पूजन क्यों किया जाता है? भगवान श्रीकृष्ण का छठी पूजन उत्सव कैसे मनाया गया?
हरि शरण में सब सशंय मिट जाते हैं। यदि जीवन भर किसी ने भगवान की भक्ति नहीं की, शरण ग्रहण
मंद मंद बारिश होने लगी है। अर्ध रात्रि का समय है। देवकी और वसुदेव के हाथ-पैरो की बेड़ियां खुल गई