
सबसे बड़ा आश्चर्य
वनमें धर्मराज युधिष्ठिरके चारों भाई सरोवरके किनारे मृतकके समान पड़े थे। प्यास तथा भ्रातृशोकसे व्याकुल युधिष्ठिरके सम्मुख एक यक्ष प्रत्यक्ष

वनमें धर्मराज युधिष्ठिरके चारों भाई सरोवरके किनारे मृतकके समान पड़े थे। प्यास तथा भ्रातृशोकसे व्याकुल युधिष्ठिरके सम्मुख एक यक्ष प्रत्यक्ष

एक व्यापारीको व्यापारमें घाटा लगा। इतना बड़ा घाटा लगा था कि उसकी सब सम्पत्ति लेनदारोंका रुपया चुकानेमें समाप्त हो गयी।

वृन्दावनमें सेवाकुञ्ज नामक एक स्थान है। यह प्रचलित है कि रातको वहाँ दिव्य रास होता है। इसीलिये रातको वहाँ कोई

विनोबाका ‘एम टू ए’ सन्त विनोबा भावेने समाजको कई अभिनव सूत्र दिये, जिससे व्यक्ति आत्मोन्नत होकर समाजका नवनिर्माण कर सके।

सत्तूका चमत्कार कहा जाता है, पलामूके शासक भगवन्तराय काफी कुशाग्रबुद्धि तथा विनोदी स्वभावके थे। बात है, सन् 1618ई0 के आस-पासकी।

अमेरिका संयुक्तराज्यके एक प्रेसीडेंट एक बार राजसभामें जा रहे थे। रास्तेमें उन्होंने एक सूअरको कीचड़ में धँसे देखा । सूअर

पूर्वकालमें एक सहस्रपाद नामके ऋषिकुमार थे। उनमें सभी गुण थे केवल एक दुर्गुण था कि वे अपने मित्रों और साथियोंको

दुर्योधनके कपट- द्यूतमें सर्वस्व हारकर पाण्डव द्रौपदीके साथ काम्यकवनमें निवास कर रहे थे। परंतु दुर्योधनके चित्तको शान्ति नहीं थी। पाण्डवोंको

मंदिरकी सम्पत्तिसे बना प्रसाद कैसे ग्रहण करूँ ? महाप्रभु श्रीवल्लभाचार्यजी अपने इष्टदेव श्रीनाथजीके विग्रहको प्रतिदिन खाद्य व्यंजनोंका भोग लगानेके बाद

सच्चे सन्त बादशाह दाराशिकोहके यहाँ एक सज्जन व्यक्ति मुंशी बनवारीदास लिखा-पढ़ीका काम करते थे। एक बार उनपर आर्थिक संकट आ