
वीणाका सम्मान
वीणाका सम्मान मैसूरके श्रीशेषण्णा वीणा बजानेमें माहिर थे। मैसूरके महाराजा उनका बहुत सम्मान करते थे। हालाँकि यश और सम्मान पानेके

वीणाका सम्मान मैसूरके श्रीशेषण्णा वीणा बजानेमें माहिर थे। मैसूरके महाराजा उनका बहुत सम्मान करते थे। हालाँकि यश और सम्मान पानेके

यूनानकी बोधपरक लोककथाएँ यूनान और भारतके सम्बन्ध अत्यन्त प्राचीनकालसे रहे हैं। विश्वकी प्राचीन सभ्यताओंमें यूनान और भारतकी सभ्यताओंकी गणना होती

माता जीजाबाई महाराष्ट्रके एक गाँवमें एक छोटी-सी बच्ची खेल रही थी। अकस्मात् कुछ यवन सैनिक एक मन्दिरको तोड़नेके लिये आ

पण्डित विश्वनाथजी भगवान् रामके परम भक्त थे। उनकी एकमात्र संतान निर्मला बड़ी गुणवती थी। विश्वनाथजीने परम सुशील सुन्दर और सदाचारी

व्याधने जहरसे बुझाया हुआ बाण हरिनोंपर चलाया। निशाना चूककर बाण एक बड़े वृक्षमें धँस गया। जहर 1 सारे वृक्षमें फैल

अनूठी विरक्ति दक्षिण भारतके एक राज्य के अधिपति पीपा परम सदाचारी और धर्मात्मा थे। प्रजाकी सेवामें तत्पर रहने के साथ-साथ

लिंकनकी विनम्रता बात की है, जब अब्राहम लिंकन अमेरिकाके राष्ट्रपति नहीं बने थे, किंतु अच्छे नेताके रूपमें प्रसिद्ध हो चुके

एक बारकी बात है। सुफियानने महात्मा फजलके साथ सारी रात धर्मचर्चामें बितायी। दूसरे दिन चलते समय उन्होंने बड़ी प्रसन्नताके साथ

सत्य ही धर्म है महान् सन्त गुरु नानकदेवजी एक बार सद्विचारोंका प्रचार करते हुए एक नगरमें पहुँचे। वहाँ शाह शरफ

भगवान् श्रीराम जब समुद्र पारकर लङ्का जानेके लिये समुद्रपर पुल बाँधनेमें संलग्न हुए, तब उन्होंने समस्त वानरोंको संकेत किया कि