
जितना दीखता है, उतना तो आगे बढ़ो
जितना दीखता है, उतना तो आगे बढ़ो एक सीधे-सादे किसानने पहले-पहल लालटेन जलाकर दो मील दूर किसी गाँवमें जानेके लिये

जितना दीखता है, उतना तो आगे बढ़ो एक सीधे-सादे किसानने पहले-पहल लालटेन जलाकर दो मील दूर किसी गाँवमें जानेके लिये

आपसकी कलहसे तीसरेका लाभ होता है सिंहनगरके राजकुमारका नाम चन्दन था। उसके पेटके अन्दर एक सौंप रहता था। राजकुमार जो

तुकाराम मराठा – इतिहासमें एक स्मरणीय तथा अलौकिक पुरुष हो गये हैं। वे अत्यन्त चतुर तथा विनोदी थे प्रपद्धोंसे वे

फूल खिलें और कोई मुसकराये मैडम ब्लेवेट्स्की जब संसारकी यात्रापर निकली थीं तो अपने कन्धेपर एक झोला लटकाये रखती थीं।

कहा जाता है कि भगवान् विश्वनाथकी पुरी काशीकी बात है। गङ्गास्नान करके एक संन्यासी घाटसे ऊपर जा रहे थे। भीड़

एक वैष्णव वृन्दावन जा रहा था। रास्तेमें एक जगह संध्या हो गयी। उसने गाँवमें ठहरना चाहा, पर वह सिवा वैष्णवके

औरंगजेबने भेंटके बहाने शिवाजीको दिल्ली बुलाकर कैद कर लिया और शिवाजीने भी धोखा देकर आगरेसे भाग उसे इसका करारा जवाब

अपराधी कौन ? न्यूयार्कके प्रसिद्ध मेयर ला गार्डियाको, जो अपनी सहृदयता और सुप्रबन्धके लिये बहुत प्रसिद्ध थे, पुलिस मुकदमोंसे बड़ी

महाभाष्यतिलकके कर्ता संस्कृतके प्रकाण्ड विद्वान् कैयटजी नगरसे दूर एक झोंपड़ीमें निवास करते थे। उनके घरमें सम्पत्तिके नामपर एक चटाई और

भगवान् गौतम बुद्ध श्रावस्ती में बिहार कर रहे थे। एक दिन विशेष उत्सव था। धर्मकथा श्रवणके लिये विशाल जन समूह