सनातन पवित्र जीवनशैली का प्रतीक है ||

सनातन शब्द ही पवित्र जीवनशैली का प्रतीक है
भारत में जो कुछ भी किया जाए,उससे भारतीयता विलग नहीं होनी चाहिए। भारतीयता का एक बड़ा आधार है- सनातन धर्म। सनातनी होने का अर्थ है, मनुष्य जीवन में जो कुछ भी श्रेष्ठ है, उसको पहचानना, उजागर करना और समस्त प्राणियों के लिए उसका उपयोग करना। इसे किसी विशेष धर्म से जोड़कर नासमझ लोग इसी का अपमान कर जाते हैं। सच तो ये है, विभीषण ने अपने भाई रावण से कहा था, ‘सुमति कुमति सब कें उर रहहीं।’ यह सनातन का उद्घोष है।

अच्छा-बुरा सब में है। अपना विवेक जगाओ और उसका उपयोग करो। राम सनातन धर्म के सच्चे प्रतिनिधि,प्रतीक और प्रमाण थे।उन्होंने बताया था कि सनातन धर्म में कैसे जिया जाए। कुल-मिलाकर भारत में सनातन शब्द ही एक पवित्र जीवनशैली का प्रतीक है। इसलिए सबक लिया जाए कि किसी भी शब्द का गलत अर्थ लेकर उस पर टिप्पणी ना करें, उसके सही अर्थ को समझें और जीवन में उतारें। सनातन के सदुपयोग की आड़ में कहीं इसका दुरुपयोग ना कर लिया जाए। खास तौर पर भारत की युवा पीढ़ी सनातन को जितना अच्छे से समझेगी, उसकी सफलता उतनी ही दृढ़ होगी। और अशांति से मुक्त रहेगी। || सनातन धर्म की जय हो ||



The word Sanatan is a symbol of sacred lifestyle Whatever is done in India, Indianness should not be separated from it. A major basis of Indianness is Sanatan Dharma. Being Sanatani means recognizing whatever is best in human life, highlighting it and using it for all living beings. Ignorant people insult it by associating it with a particular religion. The truth is that Vibhishana had told his brother Ravana, ‘Sumati Kumati is the superior of all.’ This is the proclamation of Sanatan.

There is good and bad in everything. Awaken your conscience and use it. Ram was the true representative, symbol and proof of Sanatan Dharma. He had told how to live in Sanatan Dharma. Overall, in India the word Sanatan itself symbolizes a sacred lifestyle. Therefore, a lesson should be learned that do not comment on the wrong meaning of any word, understand its true meaning and implement it in life. In the name of good use of Sanatan, it should not be misused. Especially the better the young generation of India understands Sanatan, the more solid will be its success. And will remain free from disturbance. , Jai Sanatan Dharma ||

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