संसार में सम्बन्धो में जो प्रेम दिखाई देता है वह वह मोह का रूप है ।हर सम्बन्ध लेन देन पर अधारित है।
पत्नी यदि पति का एक दो दिन ख्याल नहीं रखती है। तब क्या पति प्रेम करेगा नहीं क्योंकि पति में प्रेम होता तब पति प्रेम करता। प्रेम करने वाले जीवन का बलिदान कर देते हैं।
प्रेम एक सैनिक मे समाया हुआ है। जो हंसते हंसते देश के लिए प्राण न्योछावर कर देता है। प्रभु से प्रेम करते हैं जो संसार में प्रकट होकर दिखाते नहीं है कि मैं भगवान से प्रेम करता हूँ ।अधिकतर भगवान से भी प्राप्त करना चाहते हैं।
भगवान की याद में आंसू कोई कोई बहाता है। मीराबाई ने कबीर जी रविदास जी नानकदेव जी रैदास जी और अनेक भक्त हुए हैं जिन्होंने प्रभु प्रेम में खोकर जाना है ।भगवान बार बार आकर दर्श देकर गये हैं
आज संसार में जो दिखाई देता है। वह लेन देन पर अधारित है। आप कितने ही सहनशील समर्पित भाव बन जाओ। आपको देने वाला कोई नहीं मिलता।
जीवन में अनेक मोङ पर हमे अपने अन्तर्मन की कुर्बानी देनी पड़ती है। इसी का नाम जीवन है। सुख हमारे अन्दर के विस्वास से मिलता है। संघर्ष का नाम ही जीवन है। कोई पैसा कमाने के लिए संघर्ष करता है तो किसी को अपने घर में सुख और शान्ति के लिए अपने विचारों को बदलना पङता है।
आज तुम्हें अपने आप से बात करने की जरूरत है। जिस दिन हम अपने आपसे बात करने लगते हैं उस दिन दुनिया की बङी से बङी ताकत हमारे से पिछे रह जाती है। हम दुनिया को मुस्कान देने वाले बन जाते हैं।जय श्री राम अनीता गर्ग