वास्तविक जीत "* सत्य की राह पर हार भी मिले तो भी उस पथ का त्याग नहीं करना चाहिए। जीवन में एक बात हमेशा स्मरण रखना कि सिद्धांतों पर चलकर हारना,झूठ के दम पर जीतने से कई गुना बेहतर है।
एक
सत्य निष्ठ व्यक्ति कहता है मै दुख को सहन कर लुगा सत्य के पथ पर दृढ़ रहुगा। जीवन में हार-जीत से भी कोई ज्यादा महत्वपूर्ण चीज है तो वो है आपके सिद्धांत। सिद्धांत अर्थात सत्य का पथ, श्रेष्ठता का पथ और शास्त्रानुकूल पथ। जितने भी हमारे महान पुरूष हुए हैं, उनकी महानता के पीछे बस एक ही कारण था कि उन्होंने जीतने के बजाय हारना स्वीकार किया मगर अपने सिद्धांतों का परित्याग कभी भी नहीं किया। सत्य का पथ सुगम तो नहीं होता, हाँ श्रेष्ठ जरूर होता है। पग-पग में आपकी परीक्षाएं होंगी, कदम-कदम पर आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। अनेक मुश्किलों से आपको गुजरना पड़ेगा, अनेक अटकलों से आपको जूझना पड़ेगा। इन सबको सहने के बावजूद एक समय वो भी आयेगा जब आपकी निंदा करने वाली भीड़ ही आपकी सबसे बड़ी प्रशंसक बन गई होगी। निश्चित समझना हार जीत की परवाह किए बिना अगर आप सत्य के पथ पर अडिग रहते हैं तो जीत से ज्यादा चर्चे आपकी हार के होंगे।
सत्य
के मार्ग पर चल कर देखो और नहीं कर सकते हो तब प्रात उठकर जब भी पुजा पाठ करते हैं तब 5बार सत्य शब्द को बोल लो एक समय के पश्चात आप को अपने आप समझ आ जाएगा मेरे जीवन में सत्य ने क्या परिवर्तन किया है। हमारी संस्कृति में हर शब्द का अपना महत्व है शब्द की गहराई का हमारे जीवन पर विशेष महत्व है। *जय श्री राधे कृष्ण*
सत्य की राह
- Tags: कठिन, सत्य, सिद्धांतों
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