महाभारत का जबरजस्त युद्ध चल रहा था कृष्ण अर्जुन की सूझबूझ से कई योद्धा मारे गए थे कई योद्धा मारे जाने वाले थे कृष्ण सबको कर्मों का दंड देकर आगे बढ़ते जा रहे थे
अगली सुबह करण और अर्जुन का युद्ध होने वाला था दोनों धनुर्धारी महा तेजस्वी आमने सामने होने वाले थे जब साय काल युद्ध समाप्त हुआ
कृष्ण अपने शिविर में जाकर बैठ कर चिंता कर रहे थे कि कल के युद्ध में क्या होगा जब अर्जुन करण आमने-सामने होंगे
रात्रि के समय जब अर्जुन कृष्ण के शिविर में आए तो देखा वासुदेव चिंतित हैं अर्जुन ने पूछा वासुदेव आप चिंतित क्यों हो क्या मुझसे कोई गलती हुई है कृष्ण बोले नहीं अर्जुन मैं कल के युद्ध को लेकर चिंतित हूं
अर्जुन कल तुम और करण आमने-सामने होगे कल के युद्ध में क्या होगा कुछ पता नहीं कौन मरेगा और कौन जीवित बचेगा
अर्जुन ने बहुत ही सुंदर जवाब दिया//हे वासुदेव जो जगत की चिंता करने वाला आज सिर्फ मेरी चिंता करे तो कल के युद्ध की मुझे कोई चिंता नहीं
कल का युद्ध में ही जीतुगा वासुदेव
इसलिए कृष्ण की भक्ति में इतना डुवो की तुम कृष्ण की चिंता ना करो।।तुम्हारी चिंता खुद कृष्ण करें,, 🌹जय श्री राधे जय श्री कृष्णा 🙏🙏