भगवान का नाम भजते रहो भगवान से प्रार्थना करते रहो मेरे प्रभु मेरे स्वामी मेरे भगवान हे बिहारी जी इस समय आप ही रक्षक हैं रक्षा
किजिए नाथ प्रार्थना में बहुत शक्ती है। भगवान भक्त की प्रार्थना को अवश्य पुरण करते हैं हम सब भी भगवान से कर जोङकर प्रार्थना करेंगे।
इच्छाओं का त्याग कर भगवान को भजते हुए भगवान की शरणागति प्राप्त होती है।इस जगत की उत्पत्ति परमात्मा ने की है जगत के कण-कण में भगवान है मै भी भगवान का ही अंश हूँ। भगवान मुझमें भी है। भगवान की कृपा मुझ पर है तभी भगवान को मै भजता हूँ। भगवान मुझमें प्रेम शांति आनंद और भक्ति के रूप में व्याप्त है। भगवान राम को भगवान कृष्ण को भजते रहो। जब ऐसे भाव की उत्पत्ति होती है तब भक्त कहता है कि अब भगवान ने मुझ दास पर कृपा की नज़र की है।
इसी जन्म में अभी मुझे भगवान का बनना सुबह शाम दोपहर भगवान से हमारी यही प्रार्थना हो मेरे प्रभु मेरे भगवान नाथ स्वामी श्री हरी मैं तुम्हें छोड़ कर कहा जाऊं तुम प्राण हो तुम चेतना तुम दिल की धड़कन हो। अन्तर आत्मा की पुकार तुम ही हो हे मेरे जीवन धन तुम्हारे चरणों में कोटी कोटि प्रणाम है।जय श्री राम अनीता गर्ग।
Keep chanting the name of God, keep praying to God, my lord, my lord, my god, O Bihari ji, at this time you are the protector. There is a lot of power in praying Nath. God definitely fulfills the prayer of the devotee, we all will also pray to God by doing. Worshiping God by giving up desires, one attains the refuge of God. God has created this world in every particle of the world, God is there, I am also a part of God. God is in me too. God’s grace is on me, only then I worship God. God pervades me in the form of love, peace, joy and devotion. Keep on worshiping Lord Rama to Lord Krishna. When such a feeling arises, the devotee says that now God has looked upon me, the servant. In this very birth, I should become a god now in the morning and afternoon, this is our prayer to God, my lord my lord Nath Swami Shri Hari, I should leave you and say that you are life, you are consciousness, you are the heartbeat. You are the call of the inner soul, O my life wealth, there is a lot of salutations at your feet. Jai Shri Ram Anita Garg.