….सुबह-सुबह मन की भावनाओं में कृष्णा को लाकर ख्यालों में गोता लगाएं… हजारों गायों एवं ग्वाल बालों के बीच में “श्री कृष्ण ” की छवि एक अदभुत और अलौकिक स्वरूप के साथ खड़े हैं ना अन्धेरा ,ना उजाला ,श्याम वरण… दोनो के मिश्रण में श्याम वरण ..घुंघराले बाल ..लाल होंठ ..गुलाबी गाल ..मंद मंद मुस्कान ..हाथ मे लकुटी …कमर मे पटका और बाँसूरी लटक रही है।ऐसा अद्भुत स्वरूप कि स्वयं कामदेव भी खींच जाए ..ऐसे “श्रीकृष्ण” गायो को साथ लिये जा रहे है…..। अपने घर के झरोखे से आप देख रही हैं, कृष्ण को अपलक देखे ही जा रही है ..और अचानक श्रीकृष्ण ने अपने नयन कटाक्ष और मधुर मुस्कान से आप की तरफ एक द्रष्टि से देखा और….. और…. आप घायल से हो गई। एक अलौकिक सुख आप के नेत्रों में मंडरा रहा है। तभी अचानक आपकी सास आ गयी और आप के भावों को देखने लगी। आप को बहुत देर हो गयी कृष्ण को देखते हुए .. तब अंत मे आपकी सास ने आपको झिंझोड़ा ….. । “बहूं ये क्या कर रही हो” मैं तुम्हें बहुत देर से देख रही हूं..तब आप एक असीम स्नेह में डुबी हुई अपने जल भरे नैत्रों से कह रही हो मां आप बहुत बदनसीब हो जो मुझे देख रही हो…देखने लायक़ तो बाहर खड़ा है….जो देखने के लायक़ है वो तो सांवला सलोना वो नन्दलाल है, जिसको एक पल देखने से ये नेत्र धन्य हो जाएं…वो श्रीकृष्ण का स्वरूप ही अद्भुत, लावण्यमय, अलौकिक सुखदायक है…
बोलो जय श्री कृष्णा
….Dive into the thoughts by bringing Krishna in the feelings of the mind early in the morning… In the midst of thousands of cows and cowherd hairs, the image of “Shri Krishna” is standing with a wonderful and supernatural form, neither darkness, nor light, blackness… both Shyam Varan in the mixture of .. curly hair .. red lips .. rosy cheeks .. soft smile .. stick in hand . Shri Krishna is taking the cows along….. You are watching from the window of your house, Krishna is being seen with a glance..and suddenly Shri Krishna looked at you with his eyes sarcasm and sweet smile with a glance and…..and…. You got injured. A supernatural happiness is hovering in your eyes. Then suddenly your mother-in-law came and started looking at your expressions. You were too late looking at Krishna.. then at last your mother-in-law scolded you….. “What are you doing daughter-in-law?” Hai….The one who is worth seeing is the dark-skinned Salona, that Nandlal, seeing whom these eyes become blessed for a moment…That form of Shri Krishna is wonderful, graceful, supernaturally soothing… say jai shree krishna