मै भुल जाती हूँ

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कोई भगवान की स्तुति सुनाना कोई कथा का  विचार करते हुए प्रेम में डूब जाना। भगवान की भक्ति की प्रेम की श्रद्धा के भाव दिल में ठण्डक ले आते हैं । भगवान की प्रार्थना करते हुए भावनाओं में खो जाऊं मैं , दिल में उल्लास छा जाता है । पक्षियों की चहचहाहट हमें प्रेम के मार्ग पर  ले आती है। ऐसा लगता है जैसे एक मधुर ध्वनि हमारे अंदर बज रही है। मैं अपने आप में खो जाती हूं। मुझे पल पल   भगवान की याद आती है। मैं कहती हूं। मेरा स्वामी भगवान अब मुझसे मिलने आ रहा है। मैं इस क्षणभंगुर शरीर को भूल जाती हूं।आन्नद की लहर दौड़ जाती है आज हम बाहरी बाहरी संसार में घूम रहे हैं जहां भी भक्ति की  चर्चा चलती है। हम यह सोचते हैं कि यह सब बेकार की बातें हैं। हमें तो बाहरी संसार से बहुत आनंद मिल रहा है। भगवान की कथा स्तुति सत्संग सबसे बड़ी मैरिटेशन है। हम सत्यता और अध्यात्मवाद से दूर होते जा रहे हैं। जय श्री राम
अनीता गर्ग



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