गणेश जी की सूँड़ का महत्व
सूँड़ की दिशा के आधार पर गणेश मूर्तियाँ तीन प्रकार की होती हैं। सूँड़ की दिशा जानने के लिए यह
सूँड़ की दिशा के आधार पर गणेश मूर्तियाँ तीन प्रकार की होती हैं। सूँड़ की दिशा जानने के लिए यह
श्रीगणेशाय नमः। ॐ देवानां कार्यसिध्यर्थं सभास्तम्भसमुद्भवम् ।श्रीनृसिंहं महावीरं नमामि ऋणमुक्तये।।१।। लक्ष्म्यालिङ्गितवामाङ्गं भक्तानामभयप्रदम्।श्रीनृसिंहं महावीरं नमामि ऋणमुक्तये।।२।। प्रह्लादवरदं श्रीशं दैतेश्वरविदारणम्।श्रीनृसिंहं महावीरं नमामि
जिस दिन कान्हा खडे हुए मैया के सब मनोरथ पूर्ण हुये आज मैया ने गणपति की सवा मनि लगायी है।
आप सभी को गणेश चतुर्थी की बहुत बहुत मङ्गल बधाई .. भगवान शिव और माँ पार्वती के लाल श्री गणेश
सोमनाथ गणपति महोत्सव की धूम चारो ओर मची है. बात अगर बप्पा की हो रही हो तो उनकी प्रिय वस्तुओं
भगवान शिव और माँ पार्वती के लाल श्री गणेश जी सभी देवों में अग्रपूज्य स्वीकार किए जाते हैं। गणेश जी
१९ सितंबर से दस दिवसीय गणेश उत्सव की शुरुआत होगी, जिसका समापन २८ सितंबर होगा। इस साल गणेश चतुर्थी पर
गजाननाय गांगेयसहजाय सदात्मने।गौरीप्रिय तनूजाय गणेशायास्तु मंगलम्।। नागयज्ञोपवीदाय नतविघ्नविनाशिने।नंद्यादि गणनाथाय नायकायास्तु मंगलम्।। इभवक्त्राय चेंद्रादि वंदिताय चिदात्मने।ईशानप्रेमपात्राय नायकायास्तु मंगलम्।। सुमुखाय सुशुंडाग्रात्-क्षिप्तामृतघटाय च।सुरबृंद
नारद उवाचप्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्रं विनायकम्।भक्तावासं स्मरेन्नित्यमायुःकामार्थसिद्धये।।१।। प्रथमं वक्रतुण्डं च एकदन्तं द्वितीयकम्।तृतीयं कृष्णपिङ्गाक्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम्।।२।। लम्बोदरं पञ्चमं च षष्ठं विकटमेव
भगवान श्रीगणेश सभी सुख समृधि देने वाले देवता है जिन्हें पञ्चदेवों में भी स्थान प्राप्त है। देवी देवताओ की असंख्य