सनातन धर्म का मूल प्रकृति का सम्मान
राष्ट्रपति चुनाव का रिजल्ट आने के बाद मेरे एक मित्र ने मुझसे पूछा : द्रौपदी जी को महामहिम बनाने का
राष्ट्रपति चुनाव का रिजल्ट आने के बाद मेरे एक मित्र ने मुझसे पूछा : द्रौपदी जी को महामहिम बनाने का
प्रेमैव गोपरामाणां काम इत्यगमत्प्रथाम |गोपियों का काम-काम नहीं था | उसका नाम काम था, पर वहाँ काम-गन्ध-लेश भी नहीं है
श्री हरि: शरतपूर्णिमा की चाँदनी रात में जब भगवान् श्रीकृष्ण ने अपनी बाँसुरी बजानी आरम्भ की, तब उसकी मधुर एवं
हमें मित्र बनाना हो तब भगवान को अपना सखा मित्र बनाओ। भगवान हमारे सच्चे साथी हैं जो कही बाहर नहीं
गृह-गृहतें आई व्रजसुंदरी झूलत सुरंग हिंडोरे। वरण-वरण पहिरे तन सारी नवल-नवल रंग बोरे। झूलत संग लाल गिरिधर के अति छबि
श्री हरिदास…हरियाली अमावस्या तक श्री बिहारी जी महाराज अपने फूल बंगले में विराजमान होते है, फूल बंगले समाप्त होने पर
.एक बार श्री कृष्ण दास के मन में इच्छा जागी कि वे निकुंज में “श्री राधा” एवं “श्री राधा रमण”
जय श्री राम कथा प्रारम्भ होत है सुनो वीर हनुमान जय सियाराम जब कथा वाचक श्री राम जी की कथा
भक्त भगवान का चिन्तन मनन करता है भगवान का ध्यान धरते हुए भक्त के अन्दर दर्शन की पुकार बन जाती
रूह को तो परम पिता परमात्मा का नाम चिंतन और वन्दन ही सजा सकता है। हमे परमात्मा के चिन्तन में