मीरा चरित भाग- 26
‘नहीं बेटा! पर वे मीरा के शिक्षा गुरु हैं, दीक्षा गुरु नहीं।’–दूदाजी ने उत्तर दिया।‘आप रुकिये न भाई!’- मीराने हँसकर
‘नहीं बेटा! पर वे मीरा के शिक्षा गुरु हैं, दीक्षा गुरु नहीं।’–दूदाजी ने उत्तर दिया।‘आप रुकिये न भाई!’- मीराने हँसकर
तुम्हारे गिरधर ही तुम्हारे रक्षक हैं। अभी डेढ़ महीना और रहूँगा यहाँ।’ मीराके एकादश वर्ष में प्रवेश के तीसरे ही
प्रभु प्रेमी संघ ।। श्री: कृपा ।।🌿 पूज्य “सद्गुरुदेव” जी ने कहा – ज्ञान का अभाव दुःख और व्याकुलता की
एक बार नारद जी ने भगवान से प्रश्न किया कि प्रभु आपके भक्त गरीब क्यों होते हैं?तो भगवान बोले –
The intriguing name Pashupati means ‘the Lord of beasts’ or the ‘Lord of animals’. It derives from the Sanskrit words
शं शं शं सिद्धिनाथं प्रणमति चरणं वायुपुत्रं च रौद्रम्।वं वं वं विश्वरुपं ह ह ह ह हसितं गजितं मेघछत्रम्।। तं
परमपिता परमेश्वर देवाधिदेव महादेव नन्दी पर आरूढ़ हैं। आधार में यंत्र निर्मित है। जल-लहरी विलक्षण रूप से निर्मित हैं। यह
सहजो की कुटिया के बाहर प्रभु प्रकट हुए और बोले हम स्वयं चलकर आऐ हैं तुम्हे हर्ष नही? सहजो ने
परमात्मप्राप्ति का उद्देश्य लेकर चलनेवाले जितने भी मनुष्य हैं, उन सबको परमात्मप्राप्ति होगी, पर कब होगी ? कितने जन्मोंके बाद
व्रज गोपियों ने श्री कृष्ण के साथ इतनी गहरी प्रगाढ़ आत्मीयता बाँधी कि कृष्ण प्रेम ही उनका जीवन हो गया।श्री