धर्म शास्त्रों के अनुसार भगवान गणेश
भी चारों युगों में अवतरित हुए हैं..
सतयुग में वे महोत्कट विनायक के रूप में तो त्रेतायुग में मयूरेश्वर और द्वापर युग में शिवपुत्र गजानन के नाम
सतयुग में वे महोत्कट विनायक के रूप में तो त्रेतायुग में मयूरेश्वर और द्वापर युग में शिवपुत्र गजानन के नाम
जय जय श्री राधे राधे राधा का अर्थ है …मोक्ष की प्राप्त ‘रा’ का अर्थ है ‘मोक्ष’ और ‘ध’ का
कल हमसे एक जिज्ञासु ने पूछा :- बाबा आपको इतने वर्ष हो गए श्री गिरिराज जी की परिक्रमा लगाते हुए।कुछ
. एक बार एक व्यक्ति एक गाय दान करना चाहता था। वह अपने गाँव के पास के एक आश्रम में
काशी के 84 घाटों में चर्चित एक घाट का नाम है मणिकर्णिका। इस घाट के बारे में कहा जाता है
|| श्रीहरी: ||मधुर – झाँकी १( — :: x :: — गत पोस्ट से आगे —–इसी प्रकार प्रेम-प्रतिमा प्रेयसी अपने
व्रज – मार्गशीर्ष शुक्ल चतुर्थी मंगल भीनी प्यारी रात।नवल रंग देखो, देखो कुंज सुहात ।।ध्रु।।दुल्हनि प्यारी राधिका दुल्हे नंद सुजान
संगीत और बुद्धिकी देवी मानी गई हैं।*”सरस्वत्यै नमो नित्यं भद्रकाल्यै नमो नम:।वेद वेदान्त वेदांग विद्यास्थानेभ्य एव च।। सरस्वति महाभागे विद्ये
Thursday, 08 December 2022 आज गोपाल पाहुने आये निरखे नयन न अघाय री ।सुंदर बदनकमल की शोभा मो मन रह्यो
एक गाँव में एक मजदूर रहता था जो दिहाड़ी करकेअपने बीवी और बेटे के साथ परिवार का गुज़ारा करता था