
मैया देने वाली है हम लेने वाले हैं
मैया देने वाली है हम लेने वाले है, आज खाली हाथ नहीं जाना, जिसे चाहिए वो हाथ उठाना, रोज-रोज मांगने

मैया देने वाली है हम लेने वाले है, आज खाली हाथ नहीं जाना, जिसे चाहिए वो हाथ उठाना, रोज-रोज मांगने

मेरी झोली में दे इक लाल माँ पूरा करदे हमारा सवाल माँ मेरे दिल का है एक अरमान माँ देदे

घर में आओ लक्ष्मी माता आओ पधारो श्री गनराजा दीवाली का त्यौहार आया हम ने घर को दीपो से सजाया,

मच गई धूम आ गये माँ के नवराते॥ होने लगे है चारो तरफ घर घर जगराते, जब से मैंने माँ

जग तो मूक चलियाँ कंजका दातिये दस की करा, हंजुआ आ नाल भिज गइयाँ अखियां, अखियां तक तक थकियाँ मैं

मेरी विपदा टाल दो आकर, हे जग जननी माता, तू वरदानी है आद भवानी है ॥ क्या में तेरा लाल

मेरे मथे ते लिख दे ना अपना , जेहड़ा वेखे समज लवे तेरी वे, जेहड़ा वेखे जेहड़ा वेखे जेहड़ा वेखे

आये हम तेरे माँ दरबार शेरा वालिए, करदो गमो से वेह्डा पार मेहरा वालिए, ओ जोता वालिए माँ मेहरा वालिए,

हो माये नि बूहे खोल दर तेरे लाल आये है तेरी चरण में करने हम अरदास आये है मंगल करनी

मैया दा दरबार है सोहना जिथे शीश जुकावा विच पहाडा भगता उते करदी आप छावा, छड के मंदिरा नु दूर