थम गया ये जहाँ
थम गया ये जहाँ , माँ तुम हो कहाँ है परेशान इंसा , देखो कितना यहाँ अब जरूरत पड़ी ,
थम गया ये जहाँ , माँ तुम हो कहाँ है परेशान इंसा , देखो कितना यहाँ अब जरूरत पड़ी ,
मैं फ़िक्र करा क्यों दुनिया दी मेरी फ़िक्र करे कलिका माँ, मैं लाडला कलिका मैया दा मैं लाड लड़ावे कलिका
सोने दा माँ दा दरबार हर पासे हो रही जय जय कार, चिमटे छेने दी छनकार नचा मैं नचा माँ
फड़ ले मेरा हाथ कालका, मैं भी हु तेरा लाल कालका, बिठा के अपनी गोदी विच माँ कर मेहरा दी
मेतो मंगेया भी नी जाना माँ तू आप वेख लई, मंगा की मैं तेथो मेनू समज ना आउंदी ऐ, हिलदे
कभी जल्दी जल्दी,कभी धीरे धीरे धमानवाली माँ बदलती तकदीरें कभी जल्दी जल्दी,कभी धीरे धीरे मेरी भोड़कीवाली माँ बदलती तकदीरें कहते
गंगा को करा गंधा जिसने कुल हमारे तारे, सुनो कौन कौन आया गंगा किनारे, त्रेता में श्री राम जी आये.
माँ से मिलन का शुभ दिन आया, माँ से मिलन की घडी आई, माँ के अंचल में जनक है सेवा
उतो निक्की निक्की पैंदी सी कनी नाले वगदी सी पुरे दी हवा वेखो साउन दे महीने पींघा झूट दी मेरी
माँ दे दरों -२ भगता, मंगियाँ मुरादां नूँ तू पायी जा, तेरी सुनूँ फ़रियाद, मेरा पूरा विश्वास, तू दाती माँ