मैं तेरा शुकर करूँ काहे फिकर करूँ
मैं तेरा शुकर करूँ जीकर करू काहे फिकर करूँ आँखे नम हो जाए माँ जब बीते कल का ज़िकर करूँ
मैं तेरा शुकर करूँ जीकर करू काहे फिकर करूँ आँखे नम हो जाए माँ जब बीते कल का ज़िकर करूँ
तेरस रो दिन आयो माजीसा रो मेलो लायो क सब मिल दर्शन करलो रे जशोल नगरी माई माजीसा रो मंदिर
कर ले कर ले भरोसा तू आंबे रानी पे, कर ले कर ले भरोसा तू महारानी पे, आंबे रानी पे
मेनू मिल गया ऐ अज प्यार झंडे वाली दा उचा सुचा ऐ दरबार झंडेवाली दा, मेनू मिल गया ऐ अज
तेरी हरदम करूँ जी हुजूरी माँ, करदे करदे मुरादे पूरी माँ, पूरी शक्कर चढाऊँ नो दिन भक्ते कराऊँ, गीत तेरे
शेरावाली की जय , दुर्गाकाली की जय | माता वैष्णव रानी की जय जय आय | 1. सती : अग्नि
माँ करुना का भंडार माँ तेरी जय जय कार, मेरी विनती करो सवीकार माँ सुन लो मेरी पुकार माँ आंबे
तू मेरी मैया मेहरावाली जग में तेरी शान निराली, तू है जग को सवार ने वाली कहते है माँ शेरावाली,
॥श्रीदुर्गायै नमः॥ अथ श्री दुर्गासप्तशती * * * * * * * * * * * * प्रथमोऽध्यायः * *
मैं बन के कबूरत चीना तेरे भवनों की भरु उड़ान माँ, यहाँ लाल ध्वजा लहराए तेरे भक्त करे गुणगान माँ,