
आजा मैया शेरावाली हो गुण गाऊँ मैं तेरा
आजा मैया शेरावाली हो गुण गाऊँ मैं तेरा, शुम्ब निशुब मैया ने मारे महिषासुर भी मारे वो, काटा शीश भेरो

आजा मैया शेरावाली हो गुण गाऊँ मैं तेरा, शुम्ब निशुब मैया ने मारे महिषासुर भी मारे वो, काटा शीश भेरो

माँ के जैसा जमाने में दानी नही हकीकत यही है कहानी नही, कोई घर बता जिसकी माँ ही नही अपने

सब दे दिलां दियाँ जाने भवानी, सब दे दिलां दियाँ जाने, लाल मंदिर विच लाल भवानी, लाल चन्दगुआ तारे मात

हो लगया मेला मेला मेला, झोली भर लवो माँ तो वर लवो, फिर हथ नहीं आना वेला, हो लगया मेला

माता सरस्वती देना सहारा हमने पकड़ा है दामन तुम्हारा माता हमारी हम पुत्र तेरे मां है जग जननी है नाम

बड़ा प्यारा सजा है द्वार भवानी । भक्तों की लगी है कतार भवानी ॥ ऊंचे पर्बत भवन निराला । आ

जय माता दी कह मुहों मंगीयां मुरादां लै, माँ दा दर है सब तों ऊंचा, झोलीयां भरदी है जै माता

मुझे रख्ले माँ सेवादार रहूगा तेरे चरणों में हो मेरी खुशियों का संसार मैया जी तेरे चरणों में मुझे रख्ले

तेरी किरपा से एह माता रानी काम बिगड़े मेरे बन रहे है, जब से तूने नजरियां है डाली खाली भंडारे

लोग करते हैं कोशिश जितनी मुझे रुलाने की, मुझे मिलती है ताकत और मुस्कुराने की वो समझते हैं की मैं