
बात म्हारी इतनी सी राख म्हारी माँ
बात म्हारी इतनी सी राख म्हारी माँ चुनडी चडावा सवा लाख म्हारी माँ दादी म्हारी दादी म्हारी चुनडी का उत्सव

बात म्हारी इतनी सी राख म्हारी माँ चुनडी चडावा सवा लाख म्हारी माँ दादी म्हारी दादी म्हारी चुनडी का उत्सव

आयेगी आंबे माँ दरबार सजा ले भावो के फूलो का इक हार बना ले मैया का तो हाथ सदा भगतो

माफ करी साडा बोल्या चालया माफ करी, ऐसी दर दर दे दुत्कारे आ बेठे तेरे द्वारे, माफ करी….. ऐसी भुल्लण

सब की आँखों में आंसू दे कर वो चला गया आँख का तारा चंचल प्यारा चला गया माता रानी और

ज़रा सामने तो आओ शेरां वालिए मैं पुज्दा तेरी माँ तस्वीर नु मैं ता सुनिया तू सारा जग तारेआ हुन

माँ ने बात बना दी है अब खुशियां ही खुशियां, लॉटरी अब लगवा दी है अब खुशियां ही खुशियां, रंक

अर्ज सुनो मोरी सुनो हे महामाई, मैं नोकर तोरी तोरी हु महामाई, अर्ज सुनो मोरी सुनो हे महामाई, तोरी ही

ये लाल चुनरिया माँ जब ओड के तू आये, तेरी हीरे की बिंदिया माँ इतना गजब धाये, डरती हु कही

मैया तेरा दरबार है दुखियों का सहारा तेरी हो किरपा जिसपे उसे आर ना आना, मैया तेरा दरबार है दुखियों

ਲਗਨ ਲਗੀ ਆ, ਲਗਨ ਲਗੀ ਆ ਲਗਨ ਲਗੀ ਆ ਤੇਰੇ ਨਾਮ ਦੀ ਮਈਆਂ ਜੀ ਮੈਨੂੰ ਲਗਨ ਲਗੀ ਆ ਅੰਬੇ ਭੋਲੀ