माँ झोली सब की भर दे
आये है तेरे दर पे माँ झोली तू सब की भर दे, रहे न कोई जग में दुखियाँ इतना ही
आये है तेरे दर पे माँ झोली तू सब की भर दे, रहे न कोई जग में दुखियाँ इतना ही
हो कदे मोड़ दी न मंदिरा तो खाली सुनी मैं सिफत तेरी , हो खाली मोड़ेया न कदे भी सवाली
आज तेरे दर ते है नचना पाके घुंगरू पैरा विच माँ, आज तेरे दर ते है नचना तेरा सज रहा
वर दे वर दे वर दे, तन मन में माँ भक्ति भर दे, वर दे हे माँ वीणा प्राणी, ज्ञान
झंडे वाली दा दीदार सारे पालो आके दर ते शीश झुकालो झंडे वाली मैया सदा झोलिआं नु भरदी भागता प्यारेयां
लुट्टी लुट्टी बथेरी मौज लुट्टी जदों दा तेरा लड़ फड़ेया जदों दा तेरा लड़ फड़ेया जदों दा तेरा ध्यान धरेया
महाकाल की नगरी वाली हरसिद्धि की जय उज्जैन नगरी जो भी आवे हुए दुखी विजय के दर्शन करने आजो जी
पायल झूम झूम छन छन बाजे आगि प्यारी मैया परम किरपा मई बीच भवर से पार करे गी नैया पधारो
कहती है विष्णो माँ, जिस माँ ने तुझे जनम दिया, पाल पोस कर बड़ा किया, पहले उसकी पूजा कर, फिर
गली गली हौंका देवे मैया दा फकीर, मावां दे पुत्तर जिवण बहनां दे वीर , गली गली हौंका देवे मैया