गुरु जी मेरे शिव अवतारी है
हाथ जोड़ कर करू ये विनती कर गुरु जी स्वीकार, सब दुनिया में मौज करे और सुखी वसे परिवार, गुरु
हाथ जोड़ कर करू ये विनती कर गुरु जी स्वीकार, सब दुनिया में मौज करे और सुखी वसे परिवार, गुरु
गुरूजी आये ते आइया शुभ घड़ियाँ, मेरे नैना तो आज खुशियां चडीया, गुरूजी आये ते आइया शुभ घड़ियाँ, सादे गुरु
मैं नीवी मेरा सतगुरु ऊँचा, ऊंचिया दे संग लाई सदके जावां एहना ऊचिया तो जिन्हा निवेया नाल निभायी जे मैं
दुरो चल के मैं तेरे दर आई आ, मेरे उते मेहर करि, तेज गम दियां बदलियां छाइयाँ मेरे उते मेहर
न तो इज़्ज़त न शौहरत बड़ी चीज़ है न दौलत हुकूमत बड़ी चीज़ है गर जहाँ मैं कोई चीज़ भी
सतनाम सतनाम सतनाम बोल ॥ गुरुघाशीदास बाबा जी के सतनाम बोल॥ मोर बाबा जी के। ये गिरोधपुरी के मै कतका
सेवा ते सिमरन मैनु बख्शी गुरु मेरिया, बख्शी गुरु मेरेया बख्शी गुरु मेरिया, सेवा ते सिमरन मैनु ….. सब दियां
मेरे सतगुरु आ जाओ, अखियाँ तरस रहियां आके दर्श दिखा जाओ, सत्संग विच आ जाओ, भूले होये लोक नु सच्चा
ओह ता बड़े नसीबा वाले जेह्दे सत्संग जांदे जी, जेह्दे सत्संग जांदे जी जेह्दे सत्संग जांदे जी ओह ता बड़े
औषधि कौन पिलावे गुरु बिन औषधि कौन पिलावे, भव व्याधि यह बहुत सतावेसुध बुध सारी भुलावे गुरु बिन औषधि…. विषय