
बैठा जो खाटू में उसे कहना है
बैठा जो खाटू में उसे कहना है, धारा में तेरी ही हमको बेहना है, सारी उम्र तेरे संग रहना है,

बैठा जो खाटू में उसे कहना है, धारा में तेरी ही हमको बेहना है, सारी उम्र तेरे संग रहना है,

सर पे मेरे हाथ फिराये मोरछड़ी लेहराता है जब भी मेरा दिल गबराए खाटू वाला आता है, सर पे मेरे

खाटू वाले श्याम जी कमाल हो गया, कमाल हो गया मेरे नाल हो गया, असी करदे कम दूजा सहनु करनी

शरणागत की शाम है बाबा लाज बचाओ जी, थारी मोर छड़ी लहराओ जी, मजधार में बाबा अटकी पड़ी नैया बेडो

मांगते रहते तुझसे शाम सवेरे, हाथ ये फैले रहते सामने तेरे, तूने खूब दिया दातार तेरा बहुत बड़ा उपकार, तेरा

महारा खाटू वाला श्याम रम जा नैनो में, नैना में म्हारे नैना में, महारा लीले वाला श्याम रम जा नैनो

दानी हो कर क्यों चुप बैठा ये कैसी दातारि रे, श्याम बाबा तेरे भक्त दुखारी रे, दिन फलके जो वृक्ष

अपने भगतो के घर तुम गए थे गिरधर ये पता है ज़माने को, बाबा आजाओ ना निर्धन के घर कुछ

रूप जो मेरे श्याम को भावे रूप वही बनजाऊं, इसी बहाने श्याम तिहारे प्रेम को मैं पा जाऊ। श्याम बने

बाबा बोलेगा बाबा बोलेगा, सच्ची हो अरदास अगर तो पलके खोले गा, बाबा बोलेगा बाबा बोलेगा भोग कर माशा हो