श्याम बस तेरा सुमिरन हो
कर दो न इक बार ऐसी किरपा सरकार, सब छोड़ के जीवन में श्याम बस तेरा सुमिरन हो, दरबार में
कर दो न इक बार ऐसी किरपा सरकार, सब छोड़ के जीवन में श्याम बस तेरा सुमिरन हो, दरबार में
कोई चिंता न जब म्हारे सिर पै श्याम धणो रो हाथ , दीं दुखी री बात विचारे बाबो दीना नाथ,
तूने मुझे बुलाया मेरे सँवारे, मैं आया मैं आया मेरे सँवारे, ओ खाटू वाले रे ओ श्याम प्यारे रे ओ
सजा है प्यारा दरबार बाबा का, लगे है न्यारा दरबार बाबा का, भक्तों ने मिलकर के कीया है शिंगार बाबा
औरों पर करम बच्चों पर सितम रे बाबा ये जुल्म ना कर यो बाबो कित्तो स्याणों सबको यो काम बणा
विश्वाश की डोरी टूटे न दरबार तुम्हारा छुटे न चमत्कार कुछ ऐसा करो के बेटा तुझसे रूठे न तेरी मेरी
ऐ दो जहाँ के मालिक मेरी खता बता दे चरणों से दूर दाता तूने क्यों किया बता दे ऐ दो
मेरे श्याम हमारे श्याम सबके श्याम प्यारे श्याम, हारो के सहारे श्याम भगतो के दुलारे श्याम, ईस कलयुग में एक
ओ रे खाटू के राजा तू ही तू जग में बाबा नाम से वो तर जाए जिस ने पुकारा आजा
नजर सँवारे तेरी बस एक नजर, मुझपे प्रभु है उसकी का असर , मैं दर दर पे बाबा भटक ता