
आकर के बाबा श्याम मुझे गले लगाएगा
है यकीन मुझको सांवरियां आएगा आकर के बाबा श्याम मुझे गले लगाएगा, जब नरसी ने बुलाया था तुम दोड के

है यकीन मुझको सांवरियां आएगा आकर के बाबा श्याम मुझे गले लगाएगा, जब नरसी ने बुलाया था तुम दोड के

मेरे इस परिवार का खर्चा तुझसे ही चलता है, तू जो संग चलता है, मुझको आगे बढ़ता देख कर अपना

आया श्याम का जन्मदिन आया, और खुशियाँ हजारो संग लाया, के झूम झूम नाचे गे वधाई बाटे गये, एहाल्वती माँ

तेरा क्या मुझसे नाता तू इतना प्यार लुटाता, नहीं मैं क़ाबिल तेरे तू फिर क्यों साथ निभाता, मुझको प्रभु इतना

इस मतलब की दुनिया में कही मिलता सचा प्यार नही, देख बनाकर श्याम को साथी इनसे सच्चा यार नही, भले

मस्ती में श्याम तेरे डोलने लगा, नींद में भी नाम तेरा बोलने लगा, लोग मुझसे पूछे श्याम लगता तेरा क्या,

नज़रें ज़रा मिला ले ऐ श्याम खाटू वाले, अपना मुझे बना ले ऐ श्याम खाटू वाले………… आया शरण में तेरी

जग से हार गया जो खाटू में चले जाना, जाकर मेरे श्याम प्रभु से तुम दिल का हाल बतलाना, वो

शरणागत की शाम बाबा लाज बचाओ जी, थारी मोरछड़ी लेहराओ जी थारी मोर छड़ी लेहराओ, मझधार में बाबा अटकी पड़ी

जब बिन बोले मिलता, तो बोल के क्या मांगे ॥ मेरी दुनिया तुम ही हो, दुनिया से क्या मांगे ।