ये तो करम है तेरा,के हम जी रहे है,
ये तो करम है तेरा,के हम जी रहे है, भगती का जाम रात दिन हम तो पी रहे है, ये
ये तो करम है तेरा,के हम जी रहे है, भगती का जाम रात दिन हम तो पी रहे है, ये
सारी दुनिया में हम लोगो के अंदाज निराले है, हम श्याम दीवाने है हम श्याम दीवाने है जो भी आये
मेरे बांके कुवर तूने करके मेहर वृदावन भुलाया तेरा शुक्रिया, गई किस्मत सवर मिल गया तेरा दर, मुझे अपना बनया
सारे ब्रज में मच गया शोर, आयो आयो जी माखन चोर, पकड़ो री पकड़ो कान्हा को यही चोरन को सिर
सुन धुन बंसी की जागी, तज लोक लाज मैं भागी, मुझे सुध बुध न तन मन की लागि लगन सँवारे
जय माधव मदन मुरारी। जय केशव कलिमल हारी॥ सुन्दर कुंडल, नयन विशाला, गले सोहे वैजयंती माला। या छवि की बलिहारी॥
अगर श्याम से नाता है तो क्यों गबराता है, दुनिया के आगे तू क्यों हाथ फैलता है, दुनिया का हर
पता नि की मेरे उते की होया जादू टोना चारो पासे द्सिदा है मुखड़ा सलोना गली गली लभ्दी फिरा न
काहे गबराते है दिल और काहे उदास है, मुरलीधर मनमोहना दिल तेरे पास है, काहे गबराते है दिल और काहे
रसना में अगर तेरा नाम रहे जग में फिर नाम रहे ना रहे दिन रेहन हरी का ध्यान रहे, सुख