सोच ले ओ समझ प्राणी
सोच ले ओ समझ प्राणी, तेरी थोड़ी सी जिंदगानी, जप ले श्यामा श्याम नाम, तेरे बने बिगड़े काम, नहीं तो
सोच ले ओ समझ प्राणी, तेरी थोड़ी सी जिंदगानी, जप ले श्यामा श्याम नाम, तेरे बने बिगड़े काम, नहीं तो
होली खेलन को श्याम आयो रे वृन्दावन में, वृन्दावन में हां वृन्दावन में, रंग डालन को श्याम आयो रे वृन्दावन
जेल में प्रकटे कृष्ण कन्हैया, सबको बहुत बधाई है,बहुत बधाई है, सबको बहुत बधाई है मात पिता को सब समझाया,
आज हम खेलेंगे होली श्याम के संग, श्याम दीवाने मस्तानो के मन में उठी तरंग, आज हम खेलेंगे होली श्याम
ओ नन्द देया लाड़लिया असा प्यार तेरे नाल पाया ओ अखा विचो अंजू सुख गये पर तेनु तरस ना आया
मोपे जादू कर गई री बांके नैना है दो नैना कारे कारे, बांके नैना जादू वारे मोपे जादू कर गई
कान्हा तेरी किरपा तेरी किरपा की चाह आ जाओ मेरा हाथ पकड़ लो मुझको दिखाओ राह हम तो तेरे दीवाने
साँवरिया, मन भाय गयो री, xll -ll साँवरिया, मेरो साँवरिया, xll साँवरिया, मन भाय,,,,,,,,,,,,,,,, मुख से बोले, मीठी बानी ll
सांवरे तेरी सूरत निहारूं, कब कृपा होगी तेरी ना जानूं, नाथ तुम हो बडे ही दयालू, एक नजर श्याम दीनों
तेरा दर्श पाने को जी चाहता है। खुदी को मिटाने का जी चाहता है॥ पिला दो मुझे मस्ती के प्याले।