शरण पड़ी हु तेरी बाबा
हाथो में है मोरछडी और इक हाथ में निशान आई तेरे दर पे बाबा रख ले मेरा मान रखलो मेरी
हाथो में है मोरछडी और इक हाथ में निशान आई तेरे दर पे बाबा रख ले मेरा मान रखलो मेरी
मेरा श्याम बड़ा चित चोर मुझको खीचे अपनी और न और दिखे न शोर मुझको खीचे अपनी और नैन मिला
कान्हा रे थोडा सा प्यार दे, चरणो मे बैठा के तार दे। ओ गौरी घुंघट उभार दे, प्रेम की भिक्षा
तुमने किसी नसीब को बदले हुए देखा है, देखो दयालु श्याम ने ये काम कर दियां है, दरबार का नियम
तू छुपी कहा है मैया है कहा तेरा ठिकाना दर दर भटक रहा है कब से तेरा दीवाना, तू छुपी
मेरे अंदर अंदर कोण माता यशोदा बोले, मोहन ता मेरा हारावाला, हो नागावाला कोण माता यशोदा बोले, मेरे…….. मोहन ता
बोले नंदलाला सुनो यशोमती मैया, मेरी बढ़ती उमर, राधा बड़ी सुन्दर, मेरो ब्याह कर दे, ब्याह कर दे, राधा रानी
आज बृज में होली रे रसिया। होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥ अपने अपने घर से निकसी, कोई श्यामल कोई
वृंदावन आई हु तुझसे मिलने को बरसाने से आई हु कजारे नैनो ने जादू सा कर डारा, लट लटके काली
मैं तुम्हे कभी तो पाऊँगी, मेरे जन्मो के साथी सजन। पग नूपुर्रो की झंकारो से, भावो भरे मधुर इशारों से,