सुमिरन श्री राधा का
सुमिरन श्री राधा का, हल है हर बाधा का भज मन मेरे कट जायगे संकट तेरे…. लाख बादल हो गम
सुमिरन श्री राधा का, हल है हर बाधा का भज मन मेरे कट जायगे संकट तेरे…. लाख बादल हो गम
बनकर तेरी श्याम दीवानी, सुध बुध बिसरा बैठी हूँ चाहे जो कह ले दुनिया तुम्हें अपना बना बैठी हूँ मैंने
तू मेरे रूबरू मैं तेरे रूबरू रहमतों का निशाँ और क्या चाहिए तू कहे कुछ मुझे मैं कहूं कुछ तुझे
करो कृपा मेरी राधे,तेरे दरबार आया हु, ना है कुछ पास में मेरे,दो आंसू भेट लाया हु, करो कृपा मेरी
अरी मैया कन्हैया की शिकायत क्या करू, नटखट की गगरिया फोड़ दी मेरी, ये आकर पास चुपके से तेरे कान्हा
सदा श्याम श्यामा पुकारा करेंगे नवल रूप निष् दिन निहारा करेगे, सदा श्याम श्यामा पुकारा करेंगे यमुना तट लता कुञ्ज
पल पल तेरी याद सताए लागे न कही जियरा तू ही तू दिखलाई देता याहा ये जाए नजरियाँ मोरे कान्हा
हे लाडली, सुध लीजे हमारी, हे राधा रानी, हे श्यामा प्यारी lll*l* कब होगी मो पे, कृपा तुम्हारी, हे राधा
श्याम दीवानो ने श्याम के प्यार में ऐसी महफ़िल सजाई के मजा आगेया, हर भक्त तो आज मदहोश है ये
लादे कृष्णा अपने नाम वाली मेहँदी, नाम वाली मेहँदी जेह्दी कदे भी न लेंदी, लादे कृष्णा अपने नाम वाली मेहँदी,