नन्द के आनंद भयो जय कन्हिया लाल की
आनंद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की। नन्द के आनंद भयो, जय कन्हिया लाल की॥ बृज में आनंद भयो,
आनंद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की। नन्द के आनंद भयो, जय कन्हिया लाल की॥ बृज में आनंद भयो,
मैं तेरी कठपुतली, श्याम मैं तेरी कठपुतली, राधा मैं तेरी कठपुतली, तेरा हुक्म वजाऊँगी तू डोर हिलाना साँवरियाँ, मैं नाच
सर्व सौभाग्य शालनी, सर्व कला प्रवीण, त्रिलोकी के नाथ मधुप, श्री राधा के अधीन, तेरी बिगड़ी बना देगी, किशोरी करुणामयी
तेरी किरपा जो श्याम हो जाये, मेरी नैया भी पार हो जाये, रखले तू अपनी शरण संवारे, मन में उमंगें
तेरे दर्शन की अर्जु दिल में हर घडी श्याम श्याम करता हु, तू बेफिक्र हो के बैठा है मैं तेरा
टूट गया जग से भरोसा खुद से ही मैं हारा श्याम, आस बचे बस केवल तेरी हारे का तू सहारा
श्याम तेरे ही भरोसे मेरा परिवार है श्याम तेरे ही भरोसे मेरा परिवार है तू ही मेरी नाव का मांझी
शरण में आये हैं हम तुम्हारी, दया करो हे दयालु भगवन, सम्हालो बिगड़ी दशा हमारी, दया करो हे दयालु भगवन,
ये बाल घुंगराले नैना काले काले, नजर सँवारे लग ना जाये कही, माथे पे एक काला टीका तो लगाले, नजर
बांके बिहारी शरण तिहारी, हो बांके बिहारी कुञ्ज बिहारी मुरली धर गोवर्धनधारी बांके बिहारी तेरे द्वारे पे आया जो भी