
बांटे वधाई नन्द बाबा
बांटे वधाई नन्द बाबा कान्हा ने लिया अवतार ओ कुल में नाचे झूमे गाये है सारे हुआ मगन संसार, सारी

बांटे वधाई नन्द बाबा कान्हा ने लिया अवतार ओ कुल में नाचे झूमे गाये है सारे हुआ मगन संसार, सारी

मेरे गुरु देव वृदावन वसा लोगे तो क्या होगा, मुझे बांके बिहारी से मिला दो गे तो क्या होगा, तडप

ज़रा सोचो कन्हैया ज़माना क्या कहेंगा तेरे होते हुए भी कहीं जाना पड़ेगा ज़रा सोचो कन्हैया………. सिवा तेरे कभी भी

सुबह सुबह ले हरी का नाम बन जायेंगे बिगड़े काम सुबह सुबह ले हरी का नाम कट जायेगे कष्ट तमाम

श्यामा जु मेरी नैया उस पार लगा देना, अब तक तो निभाई है आगे भी निभा देना, दल बल के

श्याम तुझको पुकारे तेरी राधा रे श्याम अम्बर तले यमुना के किनारे कब से राधा राह निहारे थे जल्दी पधारो

कैसा दानव धरती पे आया जिसने सारे जगत को हिलाया, ना बचा कोई भी इस के डर से तेरा फूल

बेटी क्यों जन्मी न माई, शरण दुःख दाई सांवरियां कुछ बोलो न, लोग गरब में मारे बेटी, बेटी किस्मत की

मुश्किल है सेहन करना ये दर्द जुदाई का , मुझे कुछ तो बता प्यारे कारण रुसवाई का मुश्किल है सेहन

मुझको बुला ले मेरे श्याम, कान्हा छाले पड़े है मेरे पाँव में, मुझको भुला ले मेरे श्याम, चल चल के